pippa movie review in hindi: इस पीपा मूवी में आपको ईशान, प्रियांशु, मृणाल इन तीन लोगों की तिकड़ी लोगों के दिलों पर छा गई है, इस मूवी में दिखाया गया है कि भारत-पाकिस्तान के बीच जो भी सैया लड़ाइयां जो की सिनेमा की दिलचस्पी का एक अनोखा उसे बन रही है, आजकल तो वैसा दौरा गया है कि भारतीय आर्मी वालों जवानों पर फिल्में बनाना चालू हो चुकी है क्योंकि यह अच्छा भी है, पहले भी एक फिल्म बनी थी जो की बड़ी ही ज्यादा मशहूर हुई थी जिसका नाम आपने सुना होगा शेरशाह शेरशाह मूवी विक्रम बत्रा पर बनी थी.
pippa movie review and story in hindi (पीपा मूवी देखनी चाहिए या नहीं)
देखा मैंने और उसका पूरा क्रेडिट सिर्फ एक टीम को जाता है बांग्लादेश बचपन वाला वह जिद्दी बच्चा जो आउट होते ही अपना बैटरी के घर भाग जाता था लेकिन क्या आपको पता है आपसे ऑलमोस्ट 50 साल पीछे यह बच्चा पैदा भी नहीं हुआ था और जिस इंडिया को हराने के सपने देखते हैं उसी ने उनका जन्म दिया है इस हफ्ते से एक फोन का शोर है सलमान खान का कमबैक टाइगर 3 यूनिवर्स की दुनिया के दरवाजे खोल देगी लेकिन ओट की दुनिया में एक नया खिलाड़ी आया है नाम है जिसका पेपर बांग्लादेश का पहला बर्थडे मनाया जाएगा जब इंडिया बनेगा.
एयरलिफ्ट देखिए इंडियन सिनेमा में बनने वाली वन ऑफ द बेस्ट रेस्क्यू ट्रेलर है वह और यही से डायरेक्ट आपके लिए पीपा लेकर आए हैं पर कितना है लेकिन पेपर में पूरा नया देश बनाना है पाकिस्तान की नाक के नीचे अब जंग होगी भयंकर होगी और आपको ऑडियंस बैठना पड़ेगा इंडिया-पाकिस्तान के बॉर्डर पर बीचो-बीच जाकर लाइव गोलियां चलेगी दोनों तरफ से खून खराबी होगा लेकिन डरना नहीं है बिल्कुल भी क्योंकि हिस्ट्री का हिस्सा बनने वाले हो आप उनके बारे में बहुत बातें हो रही है आजकल जिनकी जिंदगी से पैदा 1 दिसंबर क्यों नहीं जाता तो बहुत सीधी बात नो बकवास देशभक्ति वाली मूवीस बहुत सारी देख चुके हो.
जिसका इस्तेमाल इंडिया-पाकिस्तान के वार में हुआ था पानी और जमीन दोनों पर लड़ सकता है फिल्म के अंदर वह रियल टाइम का इस्तेमाल किया गया है यह कोई डमी कार्डबोर्ड वाला खिलौना या वीएफएक्स नहीं है एकदम असली वर मशीन टैंक और यकीन मानो फिल्म में स्टैंड का प्रजेंटेशन इतना बेहतरीन और यूनिक है जैसे कि हम इसके अंदर बैठे हुए हैं ऐसे व्हाट सीन शायरी किसी दूसरी फिल्में देखेंगे आपने बिल्कुल रियल और नेचुरल फूल होते हैं.
एक्साइटिंग लेकिन डर भी लगता है लेकिन सिर्फ लड़ाई लड़ाई नहीं है सुनने की इमोशनल एंगल भी डाला है जो सोल्जर की पर्सनल लाइफ इसके बारे में कोई नहीं सोचता उसकी हाईलाइट करता है एक लड़ाई आंखों के सामने दूसरी दिमाग के अंदर कैसे आपस में जुड़ी होती है और दोनों पर ही जितना कितना मुश्किल है सब समझाया गया है, ऐसा क्यों है जानने के लिए एक बार पीपा देखा तो बंदे का परफॉर्मेंस लिटरेरी फायर है एक सोल्जर लेकिन यंग सोल्जर समझ रहे हो एक ही कैरेक्टर में डिसिप्लिन और उसको तोड़ने वाला बच्चा मुश्किल काम और जब यह उसे टाइम में बैठकर आपको फिल्म दिखाते हैं अपनी आंखों से उसे टाइम खड़े हो जाते हैं.
जैसे हम उसे जंग का हिस्सा बन गए बाकी देखा कहानी में ज्यादा कुछ है नहीं झूठ बिल्कुल नहीं बोलेगी कुछ नया या अलग नहीं है प्रेजेंटेशन लहसुन दिखाने का तरीका वह इसको बाकी बॉलीवुड पैट्रियोटिक मूवी से अलग बनाता है मेरी तरफ से फिल्म को पांच में से पूरे तीन स्टार पहले यह टैंक वाला एक्सपीरियंस कभी नहीं भूलोगे दूसरा व्हाट्सएप का प्रजेंटेशन एकदम रियल और डरावना है यार तीसरा परफॉर्मेंस जबरदस्त है ईशान लीग में सरप्राइजिंग है और मृणाल और प्रियांशु के सपोर्ट के बिना फिल्म अधूरी है नेगेटिव में यार एक दिक्कत तो यह है की कहानी रिपिटेटिव है कुछ नया नहीं है तो थोड़ा प्रिडिक्टेबल हो जाता है दूसरा टेक्निकल हो जाती है मतलब नॉर्मल ऑडियंस इतना दिमाग नहीं लगाना चाहती जिस पर जैसे वह कनेक्ट नहीं करेंगे थिएटर नहीं जाने का प्लान है तो आज ही देखो डॉन’टी मिस वरना दिवाली टाइप के साथ बनानी है तो टिकट बुक करो