Ananya birla: अनन्या बिड़ला की कंपनी, स्वतंत्र माइक्रोफिन, ने एक बड़ा कदम उठाया है और सचिन बंसल की चैतन्य इंडिया को अधिग्रहण किया है। इस कार्य के बाद से ही उनकी चर्चा छाई हुई है। कॉरपोरेट दुनिया में, अनन्या बिड़ला के नाम की खबरें आगे बढ़ी हैं। यह सत्य है कि उनकी कंपनी ने सचिन बंसल की चैतन्य इंडिया को हाथ में कर लिया है, लेकिन इससे जुड़ी बेहतरीन विशेषताएं हैं।
यह सौदा अगस्त में हुआ था और 1,479 करोड़ रुपये का था। इससे स्पष्ट हो रहा है कि अनन्या बिड़ला की दृढ़ नेतृत्व में कंपनी में बड़ी बदलावियाँ हो रही हैं। उन्होंने इस सौदे की सफलता की खुशी में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी की है।
फ्लिपकार्ट से अलग होने के बाद, सचिन बंसल ने नवी नामक फिनटेक स्टार्टअप की शुरुआत की थी, जिसकी सब्सिडियरी चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड है। अब चैतन्य इंडिया स्वतंत्र माइक्रोफिन का हिस्सा बन चुकी है।
Who Is Ananya Birla
अनन्या बिड़ला, प्रसिद्ध उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी, ने अपने शिक्षा को विश्व के प्रमुख संस्थानों से प्राप्त किया है और वह बिड़ला समूह के कामकाज को भी संभालती है। उन्होंने बताया है कि उनकी मुख्य उद्देश्य देशभर में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का है और चैतन्य इंडिया के अधिग्रहण से इस मिशन को समर्थन मिलेगा।
इस सौदे के बाद, स्वतंत्र माइक्रोफिन की एसेट अंडर मैनेजमेंट ने बढ़कर 13 हजार करोड़ रुपये को पार कर लिया है, जो कि क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण से कम नहीं है। इससे स्वतंत्र माइक्रोफिन ने एनबीएफसी-एमएफआई सेगमेंट में दूसरे स्थान पर कदम रख लिया है।
स्वतंत्र माइक्रोफिन ग्राहकों को सीधे उनके बैंक अकाउंट में लोन प्रदान करती है और उसका ब्याज दर 19.75 फीसदी से 24.25 फीसदी है। कंपनी ने एमएसएमई लोन भी प्रदान करने का दावा किया है, जिसकी ब्याज दर 23 फीसदी है। यह एक उदाहर
ण है कि अनन्या बिड़ला की कंपनी ने न केवल वित्तीय स्थिति में वृद्धि की है, बल्कि समृद्धि और समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में भी कदम बढ़ाया है।